तेजप्रताप यादव ने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर फोटो और वीडियो को शेयर किया है.मथुरा: राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव कुछ ऐसा करते हैं, जिसकी वजह से वो मीडिया की सुर्खियों में आ जाते हैं. राजनीति के साथ साथ अपने अनोखे अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं. सावन के माह में उन्होंने शंकर भगवान का वेष धर पूजा-अर्चना की, तो वो सुर्खियों में आ गए, आज फिर उनका एक नया अवतार सामने आया. कृष्ण की नगरी में पहुंचे लालू के बेटे ने कृष्ण के रूप में रंगें हैं. तेजप्रताप यादव ने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर फोटो और वीडियो को शेयर किया है. तेजप्रताप यादव ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपने आपको भगवान कृष्ण के रूप में दिखाया है, वह गायों के बीच बांसुरी बजा रहे हैं और सर में मोर पंख भी लगा रखा है. जैसा भगवान कृष्ण गायों को अपने पास बुलाने के लिए करते थे, उन्होंने इंस्ट्राग्राम पर वीडियो का कैप्शन भी लिखा है. सोशल मीडिया पर उनका ये अंदाज लोग काफी पंसद कर रहे हैं. इसे अब तक 9,431 लोग देख चुके हैं, वहीं 285 लोगों नेसिर्फ वीडियो ही नहीं उन्होंने यनुना किनारे हाथ में बांसुरी लिए, गायों के साथ, बांसुरी बजाते और एक ग्वाला के साथ बैठे अपनी तस्वीर भी साझा किया है. ये कोई पहली बार नहीं है, जब तेज प्रताप अपने बदले हुए स्वरूप के कारण चर्चा में आए हों. इससे पहले जुलाई माह में सावन के पावन महीने में उन्होंने शिव अवतार लिया था. उन्होंने भगवान शिव का रूप धारण कर शिव की पूजा के लिए देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए निकले थे. इस वीडियो परइससे पहले एक बार और लोगों ने उन्हें फतुहा के मौजीपुर में गोवर्धन यज्ञ में बांसुरी बजाते हुए सुना था. वहां भी लोगों ने उन्हें एक अलग ही अंदाज में देखा था. सफेद कुर्ते पजाने और पीले अंगवस्त्र (फतका) में दिखाई दिए थे. कमेंट भी किया है. आपको बता दें लालू के दोनों बेटों के बीच मतभेद की खबरे आती रही हैं. जिस पर आरजेडी नेता और खुद दोनों भाई खंडन करते रहे हैं. लेकिन कुछ दिन पहले ही लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने खुद दोनों भाइयों के बीच मनमुटाव की बात स्वीकार किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने ये बयान दिया था कि मीडिया ने मेरी बात का गलत अर्थ निकाला.
नई दिल्ली : भूषण स्टील लिमिटेड के प्रमोटर और मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघलको सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है. सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को अपने आदेश में सिंघल को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली अंतरिम जमानत को बहाल रखा है. हालांकि हाईकोर्ट में मामले पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले को अपने पास ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया है. दरअसल, सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) और केंद्र सरकार ने याचिका दायर कर दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती थी जिसमें हाईकोर्ट ने सिंघल को जमानत दे दी थी. नीरज सिंघल पर आरोप है कि 80 अलग-अलग फर्मों का उपयोग करते हुए भूषण स्टील के बैंक ऋण से 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है. सिंघल को आठ अगस्त को कंपनी कानून के तहत केंद्र सरकार के मई 2016 के आदेश के तहत एसएफआईओ की भूषण स्टील लिमिटेड और भूषण स्टील एंड पावर लिमिटेड के कामकाज की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. हाईकोर्ट ने सिंघल को पांच लाख रुपये के निजी मुचलके और दो-दो लाख रुपये के दो जमानती देने का आदेश देते हुए अंतरिम राहत दी थी. नीरज सिंघल ऐसे पहले व्यक्ति
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