बीजेपी में शामिल होने के बाद महेश प्रताप सिंह ने कहा कि लंबे अंतराल के बाद उनकी घर वापसी हो रही है और पार्टी में एक बार फिर से शामिल होकर वह बहुत खुश हैं.
शशि मोहन, जयपुर: कभी बीजेपी में रहने के बाद कांग्रेस का दामन थामने वाले नाथद्वारा ठिकाने के महेश प्रताप सिंह एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ गए हैं. महेश प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर, विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी के विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी समेत पार्टी के नेता मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने महेश प्रताप सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी.
बीजेपी में शामिल होने के बाद महेश प्रताप सिंह ने कहा कि लंबे अंतराल के बाद उनकी घर वापसी हो रही है और पार्टी में एक बार फिर से शामिल होकर वह बहुत खुश हैं. महेश प्रताप सिंह ने कहा कि राजपूत समाज के साथ ही दूसरे समाजों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बीजेपी से जोड़ने के लिए वह सक्रिय होकर काम करेंगे.
नाथद्वारा के कोठारिया ठिकाने के महेश प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस में उनका दम घुट रहा था और वहां के नेताओं की आपसी गुटबाजी और कार्यकर्ताओं से दूरी के चलते उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ने का फैसला लिया. महेश प्रताप सिंह ने राजपूत समाज को बीजेपी के साथ जोड़ने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अपनी रिश्तेदारी होने का हवाला तो दिया लेकिन बीजेपी से मानवेंद्र सिंह का दूर जाना पार्टी के लिए बड़ा नुकसान था या महेश प्रताप सिंह का बीजेपी में वापस लौटना पार्टी के लिए बड़ा फायदा है इस सवाल पर वह जवाब देने से पूरी तरह बचते हुए दिखाई दिए.
चुनावी दौर में नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला रफ्तार पकड़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में ऐसे मामलों में और भी इजाफा होने के कयास राजनीतिक हलकों में लगाए जा रहे हैं. लेकिन 'आया राम-गया राम' की यह राजनीति पार्टियों के लिए कितनी सार्थक और उन्हें कितनी मजबूती देने वाली होगी इस बारे में राजनेता भी दावे से कुछ नहीं कह पा रहे.
शशि मोहन, जयपुर: कभी बीजेपी में रहने के बाद कांग्रेस का दामन थामने वाले नाथद्वारा ठिकाने के महेश प्रताप सिंह एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ गए हैं. महेश प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर, विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक गजेंद्र सिंह शेखावत, बीजेपी के विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी समेत पार्टी के नेता मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने महेश प्रताप सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी.
बीजेपी में शामिल होने के बाद महेश प्रताप सिंह ने कहा कि लंबे अंतराल के बाद उनकी घर वापसी हो रही है और पार्टी में एक बार फिर से शामिल होकर वह बहुत खुश हैं. महेश प्रताप सिंह ने कहा कि राजपूत समाज के साथ ही दूसरे समाजों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बीजेपी से जोड़ने के लिए वह सक्रिय होकर काम करेंगे.
नाथद्वारा के कोठारिया ठिकाने के महेश प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस में उनका दम घुट रहा था और वहां के नेताओं की आपसी गुटबाजी और कार्यकर्ताओं से दूरी के चलते उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ने का फैसला लिया. महेश प्रताप सिंह ने राजपूत समाज को बीजेपी के साथ जोड़ने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अपनी रिश्तेदारी होने का हवाला तो दिया लेकिन बीजेपी से मानवेंद्र सिंह का दूर जाना पार्टी के लिए बड़ा नुकसान था या महेश प्रताप सिंह का बीजेपी में वापस लौटना पार्टी के लिए बड़ा फायदा है इस सवाल पर वह जवाब देने से पूरी तरह बचते हुए दिखाई दिए.
चुनावी दौर में नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला रफ्तार पकड़ता जा रहा है और आने वाले दिनों में ऐसे मामलों में और भी इजाफा होने के कयास राजनीतिक हलकों में लगाए जा रहे हैं. लेकिन 'आया राम-गया राम' की यह राजनीति पार्टियों के लिए कितनी सार्थक और उन्हें कितनी मजबूती देने वाली होगी इस बारे में राजनेता भी दावे से कुछ नहीं कह पा रहे.
Comments
Post a Comment