नई दिल्ली: दक्षिण कोरिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग को लेकर खबर आ रही है कि वह भारत में TV बनाने का कारोबार बंद करेगी. जैसा कि आपको पता है हाल ही में सैंमसंग ने दिल्ली से सटे नोएडा में मोबाइल फोन बनाने की कंपनी लगाई है, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी बताई गई. खबर है कि सैमसंग अपनी TV ईकाई को बाहर शिफ्ट करने की योजना बना रही है.
कंपनी फिलहाल चेन्नई से यह यूनिट कहीं बाहर ले जाएगी और वियतनाम से भारत में टीवी आयात करना शुरू करेगी, जो सबसे बड़ा उत्पादन हब है. टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से चल रही खबरों के मुताबिक, कंपनी ने अपने स्थानीय आपूर्तिकर्ता को इस संबंध में संदेश देना पहले ही शुरू कर दिया है. चेन्नई स्थित सैमसंग के टीवी संयंत्र में सालाना तीन लाख यूनिट टीवी का का उत्पादन होता है.
आयात शुल्क बढ़ाने से नाराजगी!
रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग के इस कदम को बजट में टीवी पैनल बनाने में इस्तेमाल होने वाले पार्ट्स पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने की घोषणा से भी जोड़ा जा रहा है. बजट में टीवी पैनल बनाने में सबसे महत्वपूर्ण पार्ट्स ओपन सेल पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की थी. शुरू में इसे 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया गया था लेकिन टीवी विनिर्माताओं के विरोध के बाद इसे घटाकर आधा कर दिया गया था.
भारत को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी
कोरिया की इस तकनीकी कंपनी ने नोएडा में मोबाइल फोन बनाने की अपनी 67 लाख यूनिट क्षमता को बढ़ाकर 1.2 करोड़ यूनिट कर लिया है. तब सैमसंग के सीईओ एचसी हॉन्ग ने कहा था, हमारी नोएडा संयंत्र दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी है. यह दिखाता है कि सैमसंग भारत को कितना महत्व देती है. हम भारत में, भारत के लिए और अब दुनिया के लिए बना रहे हैं. हम भारत सरकार की नीतियों के साथ हैं और हमारा सपना है कि हम मोबाइल फोन के लिए भारत को एक वैश्विक निर्यात हब बना दें. इसके लिए हमें सरकार से समर्थन की जरूरत आगे होगी.
8 अरब डॉलर रहा था कंपनी का राजस्व
हालांकि टीवी यूनिट को बाहर शिफ्ट करने के सवाल पर सैमसंग के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी भारत को लेकर प्रतिबद्ध है और टीवी यूनिट को बाहर ले जाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. सैमसंग का राजस्व भारत से वर्ष 2016-17 में 8 अरब डॉलर रहा था
कंपनी फिलहाल चेन्नई से यह यूनिट कहीं बाहर ले जाएगी और वियतनाम से भारत में टीवी आयात करना शुरू करेगी, जो सबसे बड़ा उत्पादन हब है. टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से चल रही खबरों के मुताबिक, कंपनी ने अपने स्थानीय आपूर्तिकर्ता को इस संबंध में संदेश देना पहले ही शुरू कर दिया है. चेन्नई स्थित सैमसंग के टीवी संयंत्र में सालाना तीन लाख यूनिट टीवी का का उत्पादन होता है.
आयात शुल्क बढ़ाने से नाराजगी!
रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग के इस कदम को बजट में टीवी पैनल बनाने में इस्तेमाल होने वाले पार्ट्स पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने की घोषणा से भी जोड़ा जा रहा है. बजट में टीवी पैनल बनाने में सबसे महत्वपूर्ण पार्ट्स ओपन सेल पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की थी. शुरू में इसे 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया गया था लेकिन टीवी विनिर्माताओं के विरोध के बाद इसे घटाकर आधा कर दिया गया था.
भारत को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी
कोरिया की इस तकनीकी कंपनी ने नोएडा में मोबाइल फोन बनाने की अपनी 67 लाख यूनिट क्षमता को बढ़ाकर 1.2 करोड़ यूनिट कर लिया है. तब सैमसंग के सीईओ एचसी हॉन्ग ने कहा था, हमारी नोएडा संयंत्र दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी है. यह दिखाता है कि सैमसंग भारत को कितना महत्व देती है. हम भारत में, भारत के लिए और अब दुनिया के लिए बना रहे हैं. हम भारत सरकार की नीतियों के साथ हैं और हमारा सपना है कि हम मोबाइल फोन के लिए भारत को एक वैश्विक निर्यात हब बना दें. इसके लिए हमें सरकार से समर्थन की जरूरत आगे होगी.
8 अरब डॉलर रहा था कंपनी का राजस्व
हालांकि टीवी यूनिट को बाहर शिफ्ट करने के सवाल पर सैमसंग के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी भारत को लेकर प्रतिबद्ध है और टीवी यूनिट को बाहर ले जाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. सैमसंग का राजस्व भारत से वर्ष 2016-17 में 8 अरब डॉलर रहा था
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