Skip to main content

अर्बन नक्सल पर नया खुलासा: साजिश रचने के लिए शीर्ष माओवादी नेताओं ने म्यांमार में की थी मीटिंग

राकेश त्रिवेदी, नई दिल्ली: अर्बन नक्सल मामले में पुणे पुलिस द्वारा पहले की गई गिरफ्तारियों के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों में से एक और सनसनीखेज बात सामने आई है. जो बताती है कि देश के खिलाफ नक्सलवादियों का यह अभियान किस कदर खतरनाक था. सूत्रों के मुताबिक ताजा दस्तावेज यह साबित करने के लिए काफी है कि यह माओवादियों का अब तक का सबसे बड़ा षड्यंत्र था. आपको बता दें कि जी मीडिया के हाथ जो जानकारी लगी है वह बताती है कि देश के खिलाफ साजिश रचते-रचते इन्होंने आतंकवादी संगठनों से भी हाथ मिलाने से गुरेज नहीं की.

दस्तावेजों ने खोले नए राज
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये जानकारी जब खुफिया एजेंसियों के साथ शेयर की गईं तो उनकी जांच में तमाम नई बातें सामने आईं. ये बातें चौंकाने वाली हैं कि भारत में रह रहे लोग ही कैसे भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे और देश के दुश्मनों से हाथ मिलाकर देश विरोधी गतिविधियां चला रहे थे.


ये बातें आईं सामने
- शीर्ष माओवादी नेताओं ने हाल ही में म्यांमार में एक मीटिंग आयोजित की थी, जहां उन्होंने अन्य प्रतिबंधित संगठनों के साथ रणनीतिक गठबंधन बनाए.
- इस बैठक में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी), पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और जम्मू-कश्मीर के आतंकवादी संगठनों के नेता मौजूद थे.
- इस बैठक में, उन्होंने राष्ट्र के खिलाफ युद्ध चलाने और शहरी संयुक्त मोर्चा (अर्बन युनाइटेड फ्रंट) बनाने के इरादे से संयुक्त रूप से एक घोषणा पर हस्ताक्षर किए.
- इस मीटिंग में पीएलए कमांडर सीपीआई (माओवादी) के युवा सदस्यों को ट्रेनिंग और हथियार प्रदान करने पर सहमत हुए.

इन दो जगहों पर दी जानी थी ट्रेनिंग
मीटिंग में ट्रेनिंग के लिए मुख्य रूप से 2 स्थानों को चयनित किया गया. जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के जंगली क्षेत्र और गढ़चिरौली में एक अन्य स्थान को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए चुना गया था. इन प्रशिक्षणों में गोरिल्ला युद्ध, विद्रोह और शहरी युद्ध शामिल हैं.

हथियार लाने के लिए तय किए गए थे तीन रास्ते
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में उन्होंने नदी मार्गों के माध्यम से हथियार उपलब्ध कराने की भी योजना बनाई थी. नेपाल या म्यांमार से भारत में हथियार लाने के लिए नदी के करीब 3 मार्गों की पहचान की गई थी.

Comments

Popular posts from this blog

आत्मघाती होगा राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना : लालू प्रसाद यादव

पटना :  लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने सीडब्ल्यू की मीटिंग में इस्तीफे की पेशकश की थी और गांधी-नेहरू परिवार से अलग किसी व्यक्ति को अध्यक्ष पद के लिए चुनने के लिए कहा था. राहुल गांधी के इस फैसले को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो और चारा घोटाला के विभिन्न मामलों में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव ने आत्मघाती करार दिया है. लालू यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, 'राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश आत्मघाती है. विपक्ष का एकमात्र लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता से हटाना था, लेकिन हम इसे राष्ट्रीय धारणा बनाने में असफल रहे. एक चुनाव के परिणाम से देश की वास्तविक्ता नहीं बदल सकती है.'

भूषण स्टील के प्रोपराइटर को फिलहाल नहीं जाना होगा जेल, SC से अंतरिम जमानत बहाल

नई दिल्‍ली :  भूषण स्टील लिमिटेड के प्रमोटर और मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघलको सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है. सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को अपने आदेश में सिंघल को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली अंतरिम जमानत को बहाल रखा है. हालांकि हाईकोर्ट में मामले पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले को अपने पास ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया है. दरअसल, सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) और केंद्र सरकार ने याचिका दायर कर दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती थी जिसमें हाईकोर्ट ने सिंघल को जमानत दे दी थी. नीरज सिंघल पर आरोप है कि 80 अलग-अलग फर्मों का उपयोग करते हुए भूषण स्टील के बैंक ऋण से 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की है. सिंघल को आठ अगस्त को कंपनी कानून के तहत केंद्र सरकार के मई 2016 के आदेश के तहत एसएफआईओ की भूषण स्टील लिमिटेड और भूषण स्टील एंड पावर लिमिटेड के कामकाज की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. हाईकोर्ट ने सिंघल को पांच लाख रुपये के निजी मुचलके और दो-दो लाख रुपये के दो जमानती देने का आदेश देते हुए अंतरिम राहत दी थी. नीरज सिंघल ऐसे पहले व्यक्ति...

ट्रंप ने साधा भारत पर निशाना, कहा- अमेरिका ऐसा 'गुल्लक' जिसे सब लूट रहे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर निशाना साधते हुए उन पर अमेरिका को व्यापार में लूटने का आरोप लगाया है. ट्रंप ने अमेरिकी सामानों पर ज्यादा टैक्स का हवाला देते हुए भारत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100% शुल्क वसूल रहा है. कनाडा के क्यूबेक सिटी शहर में जी 7 शिखर सम्मेलन के बाद ट्रंप ने अमेरिका को ‘लूट रहे’ देशों के साथ व्यापार संबंध समाप्त करने तक की चेतावनी दी है.  गौतरलब है कि ट्रंप ने इस सम्मेलन के संयुक्त घोषणा पत्र के पाठ को खारिज कर दिया.  ट्रंप का ये बर्ताव एक तरह से मेजबान देश की ‘बेइज्जती’ जैसा रहा. ट्रंप ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘ हम तो ऐसे गुल्लक हैं जिसे हर कोई लूट रहा है.’ एक तरह से भारत का जिक्र करते हुए ट्रंप ने संकेत दिया कि शुल्क दरों को लेकर उनकी चिंताएं केवल विकसित अर्थव्यवस्थाओं तक सीमित नहीं है. ट्रंप ने कहा कि यह केवल जी 7 नहीं है. मेरा मतलब, भारत भी जहां कुछ शुल्क 100% हैं. और हम कुछ नहीं वसूलते. हम यह नहीं कर सकते. इसीलिए हम अनेक देशों से बात कर रहे हैं. ट्रंप भार...