नई दिल्ली: केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी 1 जनवरी 2016 को 7वां वेतन आयोग लागू होने के बाद से 2800 रुपए बढ़ी है. जब नया वेतनमान लागू हुआ था तब उनकी टेक होम सैलरी 8% कम थी. उस समय उनकी सैलरी में महंगाई भत्ता (DA) शून्य था लेकिन बाद में मोदी सरकार ने डीए देना शुरू कर दिया. हाल में केंद्रीय कैबिनेट ने केंद्रीय कर्मचारियों व पेंशनर का डीए दो फीसदी बढ़ाकर 9% कर दिया है. इससे 18000 बेसिक पे वाले की तनख्वाह में 360 रुपए की और बढ़ोतरी हुई है. वहीं 2016 के मुकाबले अब उसकी तनख्वाह 9% डीए मिलाकर 1620 रुपए बढ़ गई है. अगर छठे वेतनमान के बेसिक पे-डीए से तुलना की जाए तो यह बढ़ोतरी 2800 रुपए प्रति माह बैठती है. वहीं 67700 बेसिक पाने वाले कर्मचारी का वेतन 16755 रुपए बढ़ गया है. यह बढ़ोतरी जनवरी 2016 के वेतन से अगस्त 2018 का वेतन घटाने पर निकलती है.
छठे वेतनमान के समय बेसिक और डीए अलग थे
इलाहाबाद (यूपी) स्थित एजी ऑफिस ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष और ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स एसोसिएशन के पूर्व सहायक महासचिव (असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल) हरीशंकर तिवारी ने 'जी न्यूज' डिजिटल से फोन पर कहा कि जब छठा वेतनमान लागू था तब एंट्री लेवल पर बेसिक पे 7000 रुपए (पे बैंड 5200+ग्रेड पे 1800) थी. वहीं डीए 125% प्रतिशत मिलता था यानि बेसिक से ज्यादा डीए बनता था. बाकी भत्ते व कटौती मिलाकर कर्मचारी के हाथ में 14757 रुपए महीना आता था. लेकिन 7वां वेतनमान लागू होने के बाद उसके हाथ में 15931 रुपए (1 जनवरी 2016 को) आने लगे, यानि 8% की बढ़ोतरी. इसके बाद डीए जोड़ा गया, जिसकी दर मौजूदा समय में 9% फीसदी है. यानि 1620 रुपए और बढ़ गए. कुलमिलाकर जिस कर्मचारी को 31 दिसंबर 2015 तक 15931 रुपए महीना वेतन मिलता था अब वह 17551 रुपए महीना (अगस्त 2018 में) वेतन ड्रा करेगा. यानि उसके वेतन में वर्ष 2015 के छठे वेतनमान के मुकाबले करीब 2800 रुपए की बढ़ोतरी हुई है.
लेवल-1
1- बेसिक पे 7000 18000
2- डीए 8750 0
3- ग्रॉस पे 15750 18000
4- कटौती 993 2069
5- टेक होम पे 14757 15931
छठे वेतनमान के समय बेसिक और डीए अलग थे
इलाहाबाद (यूपी) स्थित एजी ऑफिस ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष और ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स एसोसिएशन के पूर्व सहायक महासचिव (असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल) हरीशंकर तिवारी ने 'जी न्यूज' डिजिटल से फोन पर कहा कि जब छठा वेतनमान लागू था तब एंट्री लेवल पर बेसिक पे 7000 रुपए (पे बैंड 5200+ग्रेड पे 1800) थी. वहीं डीए 125% प्रतिशत मिलता था यानि बेसिक से ज्यादा डीए बनता था. बाकी भत्ते व कटौती मिलाकर कर्मचारी के हाथ में 14757 रुपए महीना आता था. लेकिन 7वां वेतनमान लागू होने के बाद उसके हाथ में 15931 रुपए (1 जनवरी 2016 को) आने लगे, यानि 8% की बढ़ोतरी. इसके बाद डीए जोड़ा गया, जिसकी दर मौजूदा समय में 9% फीसदी है. यानि 1620 रुपए और बढ़ गए. कुलमिलाकर जिस कर्मचारी को 31 दिसंबर 2015 तक 15931 रुपए महीना वेतन मिलता था अब वह 17551 रुपए महीना (अगस्त 2018 में) वेतन ड्रा करेगा. यानि उसके वेतन में वर्ष 2015 के छठे वेतनमान के मुकाबले करीब 2800 रुपए की बढ़ोतरी हुई है.
6ठे व 7वें वेतन आयोग में तुलना
6ठा वेतन आयोग 7वां वेतन आयोग
(31 दिसंबर 2015) (1 जनवरी 2016)
(31 दिसंबर 2015) (1 जनवरी 2016)
लेवल-1
1- बेसिक पे 7000 18000
2- डीए 8750 0
3- ग्रॉस पे 15750 18000
4- कटौती 993 2069
5- टेक होम पे 14757 15931
लेवल-10
1- बेसिक पे 25350 67700
2- डीए 31688 0
3- ग्रॉस पे 57038 67700
4- कटौती 8369 14451
5- टेक होम पे 48669 53249
नोट : कर्मचारियों के बेसिक पे के आधार पर छठे व सातवें वेतन आयोग का तुलनात्मक चार्ट
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