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इस बम को लड़ाकू विमान से हजारों फीट की ऊंचाई से दुश्मन के ठिकाने पर छोड़ा जाता है. इसके बाद यह खराब से खराब मौसम में भी सीधे निशाने पर वार करता है.
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इस शक्तिशाली बम को अमेरिकी कंपनी रेथियोन ने बनाया है. यह कंपनी बमों समेत अन्य विस्फोटक और सुरक्षा उपकरणों को बनाती है. इसका मुख्यालय अमेरिका के मैसाचुसेट्स में है.
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कंपनी के अनुसार इसमें विशेष तकनीक का इस्तेमाल हुआ है. इसमें इस्तेमाल तीन खास तकनीकों के कारण ही इसे इतनी शक्ति मिलती है.
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खराब से खराब मौसम में दुश्मनों पर सटीक वार करने के लिए इसमें इमेजिंग इंफ्रारेड, मिलीमीटर वेव और सेमी एक्टिव लेजर तकनीक का प्रयोग करता है.
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कंपनी का दावा है कि लड़ाकू विमान से छोड़े जाने के बाद यह बम 72 किमी की दूरी तक दुश्मनों के ठिकानों पर वार कर सकता है.
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कंपनी के अनुसार इसेे परीक्षण के बाद अमेरिकी सेना को सौंपे जाने की योजना है. इस शक्तिशाली बम के कारण दूसरे देश भी अमेरिका से और अधिक डरेंगे. अमेरिका की ताकत और बढ़ जाएगी.
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इसे पहली बार F-15E स्ट्राइक ईगल नामक लड़ाकू विमान में इस्तेमाल किया जाएगा. इसके बाद इसकी खामियां सुधारकर इसे F-35 ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर प्लेन में 2022 तक लगाने की योजना है.
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अमेरिकी कंपनी रेथियोन द्वारा बनाए गए इस बम का वजन 90 किग्रा है. इसकी लंबाई भी महज यह 70 इंच है. लेकिन कंपनी ने दावा किया है कि अत्यंत शक्तिशाली है. इसका व्यास सात इंच है.
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कंपनी के अनुसार इसका अभी परीक्षण चल रहा है. यह परीक्षण अभी शुरुआती दौर में है. इस परीक्षण के बाद इसकी खामियों को भी दूर किया जाएगा.
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