नई दिल्ली : टीम इंडिया ने आयरलैंड को दूसरे टी20 में रिकॉर्ड जीत से दो मैचों की टी20 सीरीज अपने नाम कर ली. इस सीरीज में जहां पहले मैच में टीम इंडिया के सितारों और दिग्गजों से सजी टीम ने 76 रनों से जीत हासिल की तो दूसरे मैच में बेंच स्ट्रेंथ में बैठे कई अनियमित खिलाड़ियों को मौका मिला और टीम ने आयरलैंड को रिकॉर्ड 143 रनों से मात देकर अपनी काबिलियत एक बार फिर साबित की. वैसे तो इस सीरीज में शुरू से ही भारत का पलड़ा भारी था, लेकिन सभी की निगाहे इस बात पर थीं की आयरलैंड कैसी चुनौती देता है और टीम इंडिया इंग्लैंड की परिस्थितियों में कैसा प्रदर्शन कर पाती है.
इसके अलावा टीम इंडिया के पास अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परखने का भी बढ़िया मौका था जो कप्तान विराट कोहली की परेशानी का कारण भी रही. सीरीज के आखरी मैच के बाद विराट ने कहा कि अब उनकी मुसीबत इस बात के लिए बढ़ गई है कि वे किसे चुनें.
सीरीज के दूसरे मैच के बाद विराट ने इस बात पर खुशी जताई कि वे टीम के जिस तरह की शुरुआत चाहते थे बिलकुल वैसी ही शुरुआत उन्हें मिली. खेल के सभी विभागों ने संतुलित प्रदर्शन किया. विराट ने कहा, “अब मेरा सरदर्द बढ़ गया है कि मैं किसे चुनूं. उन सभी ने बल्ले के बहुत बढ़िया किया. लेकिन यह एक अच्छी समस्या है. भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक शानदार दौर है, मैं खुश हूं कि युवा खिलाड़ी बढ़िया कर रहे हैं और दोनों ही हाथों से अपने मौके भुना रहे हैं. हमारी बेंच स्ट्रेंथ ने बढ़िया प्रदर्शन किया. हमारे लिए विरोधी टीम मायने नहीं रखती, और इंग्लैंड भी विरोधी टीम ही रहेगी. हमें अपनी मजबूतियों पर ध्यान देते हैं.”
विराट ने कहा, “पिचें अच्छी होने की उम्मीद है. यदि वे ज्यादा मारक होते हैं तो हमारी बल्लेबाजी का ताकत उनका सामना करेगी. हमारे पास दो रिस्ट स्पिनर्स हैं जो कि फायदे की बात है. हम अभी सबसे ज्यादा उत्साह में हैं, और एक प्रतिस्पर्धी मुकाबले के लिए तैयार हैं. इंग्लैंड बढ़िया टीम है लेकिन हमारे पास भी उन्हें टक्कर देने के लिए टीम है. मानदंड तय हो चुके हैं, टीम के सभी लड़के उसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “ हममें काफी आपसी सम्मान है, कोई भी अपनी जगह पक्की मान कर नहीं चलता और खिलाड़ी पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी लेते हैं. मुझे हर एक उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए किसी भी मौके पर टोकने की जरूरत नहीं होती. हरकोई खेलना चाहता है और यह एक अच्छा संकेत है. जिम्मेदारी लेने के लिए खिलाड़ियों को श्रेय जाता है और यह मेरे और टीम प्रबंधन पर दबाव कम करता है.”
बल्लेबाजों ने किया शानदार प्रदर्शन
इस मैच में टीम इंडिया की और से लोकेश राहुल, सुरेश रैना ने खास तौर पर शानदर बल्लेबाजी और दूसरे विकेट के लिए 106 रन जोड़े. इसके अलावा अंत में मनीष पांडे ने हार्दिक पांड्या के साथ भी जिम्मेदारी से खेलते हुए टीम का स्कोर 213 तक पहुंचाने में मदद की. हार्दिक ने केवल 9 ही गेंदों पर चार छक्कों और एक चौके साथ 32 रनों की पारी खेली. वहीं मनीष ने 20 गेंदों पर 21 रन बनाए. सुरेश रैना ने 45 गेदों पर 69 रन बनाए और लोकेश राहुल ने 36 गेंदों पर शानदार 70 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच रहे.
टीम इडिया के गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की उमेश यादव ने दो विकेट, कुलदीप यादव और चहल ने तीन-तीन विकेट, और हार्दिक पांड्या और सिद्धार्थ कौल ने एक एक विकेट लिया. सिद्धार्थ कौल का उनके अंतररष्ट्रीय टी20 करियर का पहला विकेट था.
इसके अलावा टीम इंडिया के पास अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परखने का भी बढ़िया मौका था जो कप्तान विराट कोहली की परेशानी का कारण भी रही. सीरीज के आखरी मैच के बाद विराट ने कहा कि अब उनकी मुसीबत इस बात के लिए बढ़ गई है कि वे किसे चुनें.
सीरीज के दूसरे मैच के बाद विराट ने इस बात पर खुशी जताई कि वे टीम के जिस तरह की शुरुआत चाहते थे बिलकुल वैसी ही शुरुआत उन्हें मिली. खेल के सभी विभागों ने संतुलित प्रदर्शन किया. विराट ने कहा, “अब मेरा सरदर्द बढ़ गया है कि मैं किसे चुनूं. उन सभी ने बल्ले के बहुत बढ़िया किया. लेकिन यह एक अच्छी समस्या है. भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक शानदार दौर है, मैं खुश हूं कि युवा खिलाड़ी बढ़िया कर रहे हैं और दोनों ही हाथों से अपने मौके भुना रहे हैं. हमारी बेंच स्ट्रेंथ ने बढ़िया प्रदर्शन किया. हमारे लिए विरोधी टीम मायने नहीं रखती, और इंग्लैंड भी विरोधी टीम ही रहेगी. हमें अपनी मजबूतियों पर ध्यान देते हैं.”
विराट ने कहा, “पिचें अच्छी होने की उम्मीद है. यदि वे ज्यादा मारक होते हैं तो हमारी बल्लेबाजी का ताकत उनका सामना करेगी. हमारे पास दो रिस्ट स्पिनर्स हैं जो कि फायदे की बात है. हम अभी सबसे ज्यादा उत्साह में हैं, और एक प्रतिस्पर्धी मुकाबले के लिए तैयार हैं. इंग्लैंड बढ़िया टीम है लेकिन हमारे पास भी उन्हें टक्कर देने के लिए टीम है. मानदंड तय हो चुके हैं, टीम के सभी लड़के उसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “ हममें काफी आपसी सम्मान है, कोई भी अपनी जगह पक्की मान कर नहीं चलता और खिलाड़ी पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी लेते हैं. मुझे हर एक उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए किसी भी मौके पर टोकने की जरूरत नहीं होती. हरकोई खेलना चाहता है और यह एक अच्छा संकेत है. जिम्मेदारी लेने के लिए खिलाड़ियों को श्रेय जाता है और यह मेरे और टीम प्रबंधन पर दबाव कम करता है.”
बल्लेबाजों ने किया शानदार प्रदर्शन
इस मैच में टीम इंडिया की और से लोकेश राहुल, सुरेश रैना ने खास तौर पर शानदर बल्लेबाजी और दूसरे विकेट के लिए 106 रन जोड़े. इसके अलावा अंत में मनीष पांडे ने हार्दिक पांड्या के साथ भी जिम्मेदारी से खेलते हुए टीम का स्कोर 213 तक पहुंचाने में मदद की. हार्दिक ने केवल 9 ही गेंदों पर चार छक्कों और एक चौके साथ 32 रनों की पारी खेली. वहीं मनीष ने 20 गेंदों पर 21 रन बनाए. सुरेश रैना ने 45 गेदों पर 69 रन बनाए और लोकेश राहुल ने 36 गेंदों पर शानदार 70 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच रहे.
टीम इडिया के गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की उमेश यादव ने दो विकेट, कुलदीप यादव और चहल ने तीन-तीन विकेट, और हार्दिक पांड्या और सिद्धार्थ कौल ने एक एक विकेट लिया. सिद्धार्थ कौल का उनके अंतररष्ट्रीय टी20 करियर का पहला विकेट था.
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