कोट्टायम : केरल में एक नन ने उत्तर भारत के डायोसीस के कैथोलिक बिशप पर आरोप लगाया कि उसने पास के एक कस्बे में चार साल पहले उसका कई बार यौन उत्पीड़न किया था. नन ने इस बाबत पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में नन ने आरोप लगाया है कि उसका 13 बार यौन उत्पीड़न किया गया है.
उन्होंने बताया कि नन ने कहा है कि 2014 में जिले के कुरावलंगद क्षेत्र में एक अनाथालय के नजदीक एक गेस्ट हाउस में पहली बार उससे यौन शोषण किया गया. नन ने दावा किया कि उसने गिरजाघर के अधिकारियों को शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस बीच, बिशप ने नन के खिलाफ एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि उसका तबादला करने की वजह से ही वह बदला ले रही हैं. जिला पुलिस प्रमुख ने पुलिस उपाधीक्षक को दोनों शिकायतों की जांच करने के निर्देश दिए है.
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नन ने दावा किया है कि उसने काफी समय पहले ही चर्च अथॉरिटी को इस बारे में शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. नन ने ये भी आरोप लगाया कि चर्च इस बात से भी उससे खफा है कि उसने बिशप के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. हालांकि पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अभी तक चर्च ने बिशप के खिलाफ खुद कोई एक्शन नहीं लिया है. ये बिशप उत्तर भारत में 2013 से काम कर रहा है.
पांच प्रीस्ट के खिलाफ क्राइम ब्रांच करेगा जांच
इससे पहले केरल में ही पांच प्रीस्ट के खिलाफ महिलाओं ने यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में अब जाकर जांच के आदेश दिए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मलकारा के एक चर्च के इन प्रीस्ट के खिलाफ एक महिला ने आरोप लगाए थे.
उन्होंने बताया कि नन ने कहा है कि 2014 में जिले के कुरावलंगद क्षेत्र में एक अनाथालय के नजदीक एक गेस्ट हाउस में पहली बार उससे यौन शोषण किया गया. नन ने दावा किया कि उसने गिरजाघर के अधिकारियों को शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस बीच, बिशप ने नन के खिलाफ एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि उसका तबादला करने की वजह से ही वह बदला ले रही हैं. जिला पुलिस प्रमुख ने पुलिस उपाधीक्षक को दोनों शिकायतों की जांच करने के निर्देश दिए है.
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नन ने दावा किया है कि उसने काफी समय पहले ही चर्च अथॉरिटी को इस बारे में शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. नन ने ये भी आरोप लगाया कि चर्च इस बात से भी उससे खफा है कि उसने बिशप के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. हालांकि पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अभी तक चर्च ने बिशप के खिलाफ खुद कोई एक्शन नहीं लिया है. ये बिशप उत्तर भारत में 2013 से काम कर रहा है.
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इससे पहले केरल में ही पांच प्रीस्ट के खिलाफ महिलाओं ने यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में अब जाकर जांच के आदेश दिए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मलकारा के एक चर्च के इन प्रीस्ट के खिलाफ एक महिला ने आरोप लगाए थे.
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