नई दिल्ली: भगोड़ा घोषित हो चुके विजय माल्या आखिरकार भारतीय बैंकों का कर्ज चुकाने को तैयार हैं. वह भारत लौटना चाहते हैं और कर्ज चुकाना चाहते हैं. इसके लिए विजय माल्या ने एक बयान जारी किया है. कर्ज नहीं चुकाने के मामले में चुप्पी तोड़ते हुए विजय माल्या ने कहा कि वह कर्ज चुकाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. विजय माल्या ने यह भी कहा कि वह कर्ज चुकाने के लिए पहले से ही तैयार थे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली. माल्या के मुताबिक, उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को 15 अप्रैल 2016 में चिट्ठी लिखी थी. लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला. अब माल्या ने 22 जून को कर्नाटक हाईकोर्ट में अपील की है कि उसे 13900 करोड़ की संपत्ति बेचने की इजाजत मिले.
कोर्ट से मांगी इजाजत
विजय माल्या ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं कि उन्होंने इक वक्त ही क्यों अपना बयान जारी किया है, तो इसकी वजह यही है कि UBHL और माल्या ने कर्नाटक हाईकोर्ट में कर्ज चुकाने के लिए संपत्ति बेचने की मंजूरी की ऐप्लीकेशन दी है. आपको बता दें, पिछले हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष अदालत से भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश, 2018 के तहत माल्या को ‘भगोड़ा आर्थिक अपराधी’ घोषित करने की मांग की थी. इस अध्यादेश के तहत दायर की गई यह पहली अर्जी है. माना जा रहा है कि माल्या ने इसके जवाब में ही अपनी सफाई पेश की है.
माल्या ने कहा कि भारत में उसे बैंक धोखाधड़ी करने वालों का पोस्टर ब्वॉय बना दिया गया है. उनका नाम आते ही लोग भड़क उठते हैं. नेताओं और मीडिया ने ऐसे पेश किया जैसे मैं किंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया कर्ज लेकर फरार हो गया हूं. कुछ बैंकों ने मुझे विलफुल डिफॉल्टर यानी जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित कर दिया. माल्या ने कहा कि ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मेरी और मेरे परिवार की संपत्ति जब्त कर ली है. इस संपत्ति का मूल्य करीब 13,900 करोड़ रुपए है. माल्या के मुताबिक, उसने इसे बेचने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में 22 जून को आवेदन किया है.
संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाएगा माल्या
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या पर सरकारी बैंकों का 9990 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सरकार और बैंकों के इशारों पर अपुष्ट और झूठे आरोपपत्र दायर किए हैं. विजय माल्या ने कहा कि हमने कोर्ट से इजाजत मांगी है कि इन संपत्तियों को न्यायिक पर्यवेक्षण के तहत बेचने की अनुमति दी जाए. विजय माल्या ने कहा कि संपत्ति बेचकर सभी कर्जदार और बैंकों का पैसा चुकाने के लिए तैयार हैं.
बैंकों का बकाया था 6,963 करोड़ रुपए
किंगफिशर एयरलाइंस पर 31 जनवरी, 2014 तक बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था. कर्ज पर ब्याज के बाद माल्या की कुल देनदारी 9990 करोड़ रुपए से ज्यादा हो चुकी है. माल्या 2016 में भारत से भाग गया था. फिलहाल वह लंदन में है और मुकदमों का सामना कर रहा है. भारत सरकार की ओर से जारी वारंट पर कार्रवाई करते हुए माल्या को 18 अप्रैल, 2017 को लंदन में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसे तुरंत जमानत मिल गई थी.
कोर्ट से मांगी इजाजत
विजय माल्या ने कहा कि कुछ लोग पूछ रहे हैं कि उन्होंने इक वक्त ही क्यों अपना बयान जारी किया है, तो इसकी वजह यही है कि UBHL और माल्या ने कर्नाटक हाईकोर्ट में कर्ज चुकाने के लिए संपत्ति बेचने की मंजूरी की ऐप्लीकेशन दी है. आपको बता दें, पिछले हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष अदालत से भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश, 2018 के तहत माल्या को ‘भगोड़ा आर्थिक अपराधी’ घोषित करने की मांग की थी. इस अध्यादेश के तहत दायर की गई यह पहली अर्जी है. माना जा रहा है कि माल्या ने इसके जवाब में ही अपनी सफाई पेश की है.
माल्या ने कहा कि भारत में उसे बैंक धोखाधड़ी करने वालों का पोस्टर ब्वॉय बना दिया गया है. उनका नाम आते ही लोग भड़क उठते हैं. नेताओं और मीडिया ने ऐसे पेश किया जैसे मैं किंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया कर्ज लेकर फरार हो गया हूं. कुछ बैंकों ने मुझे विलफुल डिफॉल्टर यानी जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला घोषित कर दिया. माल्या ने कहा कि ईडी ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मेरी और मेरे परिवार की संपत्ति जब्त कर ली है. इस संपत्ति का मूल्य करीब 13,900 करोड़ रुपए है. माल्या के मुताबिक, उसने इसे बेचने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में 22 जून को आवेदन किया है.
संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाएगा माल्या
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या पर सरकारी बैंकों का 9990 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सरकार और बैंकों के इशारों पर अपुष्ट और झूठे आरोपपत्र दायर किए हैं. विजय माल्या ने कहा कि हमने कोर्ट से इजाजत मांगी है कि इन संपत्तियों को न्यायिक पर्यवेक्षण के तहत बेचने की अनुमति दी जाए. विजय माल्या ने कहा कि संपत्ति बेचकर सभी कर्जदार और बैंकों का पैसा चुकाने के लिए तैयार हैं.
बैंकों का बकाया था 6,963 करोड़ रुपए
किंगफिशर एयरलाइंस पर 31 जनवरी, 2014 तक बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था. कर्ज पर ब्याज के बाद माल्या की कुल देनदारी 9990 करोड़ रुपए से ज्यादा हो चुकी है. माल्या 2016 में भारत से भाग गया था. फिलहाल वह लंदन में है और मुकदमों का सामना कर रहा है. भारत सरकार की ओर से जारी वारंट पर कार्रवाई करते हुए माल्या को 18 अप्रैल, 2017 को लंदन में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसे तुरंत जमानत मिल गई थी.
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